कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी के साथ ही अब केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने रविवार को यहां विशेष संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्री गांधी अपनी परंपरागत अमेठी सीट से चुनाव लड़ने के साथ ही वायनाड से भी उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस दौरान आरोप लगायाकि भाजपा दक्षिण भारत की सांस्कृतिक विविधता पर हमला कर रही है और इसे बचाने के लिए श्री गांधी ने उत्तर भारत के साथ ही दक्षिण भारत में भी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वायनाड संसदीय क्षेत्र कर्नाटक केरल और तमिलनाडु की मिली-जुली संस्कृति का प्रतीक है और इन तीनों प्रांतों से बार-बार श्री गांधी को इस सीट से चुनाव लड़ने का आग्रह किया जा रहा था इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया। केरल की यह सीट अभी कांग्रेस के पास है और 16वीं लोकसभा में श्री एम आई शनवास इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। श्री शनवास केरल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं।
वायनाड से उम्मीदवारी पर माकपा का कड़ा विरोध
नई दिल्ली । केरल के सीएम पिनाराई विजयन समेत माकपा के शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि इससे यह संदेश जाता है कि कांग्रेस भाजपा नहीं बल्कि लैफ्ट के खिलाफ चुनावी जंग में हैश्री विजयन ने कहा कि मैं नहीं समझता हूं कि श्री गांधी की केरल में उपस्थिति से कुछ बदल जाएगा लेकिन केरल से चुनाव लड़कर आप देश को क्या संदेश देना चाहते हैं? मुख्यमंत्री ने कहा कि आप यह संदेश देना चाहते हैं कि केरल में भाजपा नहीं वाम दल मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं।